बारिश ये बारिश की बुँदे कुछ याद दिला जाती ह मिटटी की खुसबू को आबाद बना जाती ह इसकी आवाज़ में और उसकी पायलो की छन छन में कुछ जायदा फर्क नहीं ह यादे दोनों पुराने दिनों की दिला जाती ह B@+++