विचलित,अचंभित स्तब्ध प्रभु देख सम्मुख जलराशि अपार किस विधि उनको राह मिले पहुँचे कैसे अब जानकी पास मित्रवर संग खड़े उपाय खोजते किस प्रयत्न मानें सागर महाराज 🌹 हमारे पिछले लेख के प्रश्न पर जिन सुधि पाठकों ने अपने मत रखे, उन सभी का अभिनंदन। वाक़ई मात्र हमें ही नहीं अपितु अन्य पाठकों को भी टिप्पणियों से बहुत ज्ञान प्राप्त हुआ। आप सभी का आभार। अब आज के लेख पर बात! हमारा आज का लेख हमारे 'चित्र बोलते हैं' प्रतियोगिता की प्रथम कड़ी है। इन प्रतियोगिता में आपको दिए हुए चित्र पर आधारित रचना लिखनी होगी। शर्त यह है कि रचना चित्र को व्यक्त कर रही हो। चित्रों पर लिखी सबसे अच्छी रचनाओं को हम अपने 'हाईलाइट्स' में साझा किया करेंगे और उनके लेखकों के नाम भी घोषित किया करेंगे। आज का चित्र आप सभी के सम्मुख है। आपकी रचना अगर बड़ी हो रही हो तो आप अनुशीर्षक में भी रचना को लिख सकते हैं।