मैंने अपनी क्षमताओं से, इस धरती की गोद मे... बोए हैं नव अंकुर, उन सपनो के पेड़ के, जिन सपनो की छाया तले एक दिन , विश्राम करेगा कोइ, मुझ जैसा, गगन विशाल के सपनो से परे, धरती पर बनाएगा, "आसमान अपना ।। ©Ananya S # आसमान # अंकुर # धरती # क्षमता # पेड़ #Childhood