मेरे पास माचिसं तो नहीं...। पर शब्द़ हीं काफी हैं आग लगाने के लिए...। दिल के सोए जज़्बात जगाने के लिए...। तूझे यूहीं तड़पाने के लिए.....। मेरे शब्द़ हीं काफी हैं...। आग लगाने के लिए...।।।। @हर्ष वर्धन 💐 शब्द हीं काफी हैं.....