ये तो इक इबादत है, जिसे करना चाहे हर कोई.... पर नसीब होती है किसी को ही इक बार हो जाए किसी से, तो इससे खूबसूरत और कुछ नहीं.... खूबसूरत हो जाता है जीवन, इसे ज़ाया ना करो यूँ ही 🌷सुप्रभात🌷 👉🏻 प्रतियोगिता- 270 🙂आज की ग़ज़ल प्रतियोगिता के लिए हमारा शब्द है 👉🏻🌹"मोहब्बत पैरहन नहीं"🌹 पैरहन = लिबास 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I कृप्या