Nojoto: Largest Storytelling Platform

शनि चरण पाया विचार एक अन्य पद्धति के अनुसार जन्मक

शनि चरण पाया विचार

एक अन्य पद्धति के अनुसार जन्मकालीन चंद्रमा की राशि से शनि 1, 6, 11वें स्थान में हो तो सोने का चरण या पाया; 2, 5, 9वें स्थान में हो तो चांदी का पाया; 3, 7, 10वें स्थान में हो तो तांबे का पाया तथा 4, 8, 12 वें भाव में हो तो लोहे का पाया माना जाता है।

यदि गोचर कुण्डली में शनि, जन्मकालिक चंद्र राशि से अष्टम स्थान पर है, अत: लोहे के पाये में है। सोने के पाये में तथा लोहे के पाये में रहने पर घरेलू सुख में अशांति, स्वास्थ्य- हीनता, धन का क्षय, कलंक, मानहानि तथा सभी कार्यों में विघ्न होता है । चांदी व तांबे का पाया शुभ होता है। उसमें
व्यापार व रोजगार में सफलता, शत्रु व रोग का नाश, कार्यों में सफलता एवं धन-सम्पत्ति की वृद्धि होती है । 24 जनवरी 2020 के बाद मिथुन राशि से शनि आठवां 8 होगा, तुला राशि से शनि चतुर्थ 4 होगा, धनु राशि से शनि दूसरा 2 होगा, मकर राशि पर शनि पहला 1 होगा और कुंभ राशि पर शनि 12 वा होगा। शनि का गोचर
शनि चरण पाया विचार

एक अन्य पद्धति के अनुसार जन्मकालीन चंद्रमा की राशि से शनि 1, 6, 11वें स्थान में हो तो सोने का चरण या पाया; 2, 5, 9वें स्थान में हो तो चांदी का पाया; 3, 7, 10वें स्थान में हो तो तांबे का पाया तथा 4, 8, 12 वें भाव में हो तो लोहे का पाया माना जाता है।

यदि गोचर कुण्डली में शनि, जन्मकालिक चंद्र राशि से अष्टम स्थान पर है, अत: लोहे के पाये में है। सोने के पाये में तथा लोहे के पाये में रहने पर घरेलू सुख में अशांति, स्वास्थ्य- हीनता, धन का क्षय, कलंक, मानहानि तथा सभी कार्यों में विघ्न होता है । चांदी व तांबे का पाया शुभ होता है। उसमें
व्यापार व रोजगार में सफलता, शत्रु व रोग का नाश, कार्यों में सफलता एवं धन-सम्पत्ति की वृद्धि होती है । 24 जनवरी 2020 के बाद मिथुन राशि से शनि आठवां 8 होगा, तुला राशि से शनि चतुर्थ 4 होगा, धनु राशि से शनि दूसरा 2 होगा, मकर राशि पर शनि पहला 1 होगा और कुंभ राशि पर शनि 12 वा होगा। शनि का गोचर

शनि का गोचर