बेहिसाब मैं कभी हिसाब नही रख पाया, ज़िन्दगी हिसाब मांगती रही लेकिन मैं कभी हिसाब नही दे पाया , हमेशा हिसाब सभंलता रहा लेकिन इस ज़िन्दगी का हिसाब कभी नही रख पाया , दुनिया बताती रही हर चीज हिसाब से करो लेकिन मैं , न कभी हिसाब से काम किया, न कभी हिसाब से प्यार न कभी हिसाब से घूम पाया, न कभी हिसाब से सो पाया , शायद ज़िन्दगी का बेहिसाब होना ही जिंदगी का हिसाब है, अगर यहा सबकुछ हिसाब से होगा तो ज़िन्दगी बेहिसाब हो जायेगी ।। ©Abhishek Singh बेहिसाब सी ज़िंदगी #behisaab #Zindagi #life #Hindi