जब ढल जाएगी शाम सुहानी, थक गए होगे तुम भी इस कदर, पलकों में इंतज़ार, मिलने के लिए बेकरार, दिल में लिए इकरार, कुछ इस तरह आना ए हमदर्द, देखकर निहारकर, शीतल झोंके की तरह, छू जाऊंगी तुम्हें, खुशबू जो बसी है तेरी, मेरी साँसों में, बिखराकर फिर जी जाऊंगी मैं।। तुम इस तरह आना, जैसे होले से आँखों में उतरती है रौशनी... #तुमइसतरहआना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi