ये जज़्बातों की आंधी है,बहुत जल्दी थमेगी ये। ज़रा तुम गौर तो करना,बहुत सुखी नदी है ये।। ये कुछ झूठे, फरेबी और मौकापरस्तोँ की करतूतों का बादल है। चमत्कृत सच को आने दो बहुत जल्दी छटेँगे ये।। आज की आबोहवा..