मुक्तक समंदर भी नही भाता तट प्यारा नही होता पतंग उड़ नही पाता यदि सहारा नही होता विधि का खेल ऐसा है लीला निराली है, हम लिख नही पाते तुमने नकारा नही होता। #मुक्तक💝 Srashti.....💞 💞indu singh💞