तू आईना तू अयीना हैं या और कुछ तुझसे ही खुद को सँवारे मिलती हैं मुझको पहचान बन गई तू मेरे दड़कने मुझ पे, ना आए, कोई तरिकी रखती हैं हर पल तू खयाल टूट के, में भी, हार ना जाओ करती हैं हरपल तू बयान रहती हैं हर हाल तू संग मेरे शाखों पे पंची जैसे पुकारे चाहती हैं मुझको पूरे दिल से बन गई हैं तू सबसे प्यारे तू आईना हैं या............. लगता है, मुझको, हरपल यह डर तुझको ना आए कोई और पसंद जी ना, सको, तेरी सेवा होना हैं मुझको तेरी पाबंद सुन ले मेरी दिल की अज़ान हर दम यह तुझको पुकारे ना चोड़ जाओ कभी तन्हा तू हैं दिल की सितारे तू आईना हैं या............. #i #love #you #are #a #mirror #for #me