कुछ दूर का सफ़र कुछ और नहीं मगर दो फासलों के दरम्याँ धुँधली सी एक डगर रास्ते वहीं रहेंगे वो निशाँ नहीं मिलेंगे दो लोग फिर करेंगे नए इश्क का सफ़र किसी को दर्द फिर मिलेगा कोई उम्मीदों में फिर जिएगा किसी पर रह जाएगा बाकी पहले इश्क का असर... © trehan abhishek ♥️ Challenge-657 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।