गुलाब रह रहकर कांटों के संग, चुभने लगा गुलाब.. संगत का होता असर, इक दूजे पे जनाब..!! कांटे पर महके नहीं रहकर संग गुलाब.. इक मछली तालाब को, कर देती है खराब..!! © चीनू शर्मा ' अद्भुत ' #गुलाब