सिद्धांत के अनुसार चलने की सीख देना और खुद अनुसरण कर सैद्धांतिक होना अलग बातें है.. सैद्धांतिक हो तय नियमों का पालन पहले स्वं करें तब अपेक्षा करें, तभी सफल व्यक्तित्व का निर्माण हो सकता है, अन्यथा ढकोसला है सब.. शुभ प्रभात 🙏🙏 Philosophical View of Life..