अपने अश्को की छाव में मैं भीगी पलको सा नम हो गया... आदत से बन गए मेरे अश्क, जिस दिन न आये ये मेरी आँखों मे एक भरम सा हो गया मेरे ज़िंदा रहने पर.. मेरे अश्को से अब एक नाता सा हो गया है,मुझे लगता है वो मेरे और मैं उसका वजूद से बन गया हूं.... तू सच बता ये सागर तेरे अंदर इतना नमक किसने पिरोया है... जरूर तेरे साहिल पर भी बैठकर कोई खूब रोया है..... #अश्क़....@shinu