Nojoto: Largest Storytelling Platform

पुरानी क़िताबों की तरह , अपने अरमान सँजोए रक्खा हूँ

पुरानी क़िताबों की तरह ,
अपने अरमान सँजोए रक्खा हूँ,
माना किस्मत में तू ना सही,
फिर भी यादों को तेरे हमसफर बना रक्खा हूँ।
-रुपेश शर्मा पुरानी किताबों की तरह....
पुरानी क़िताबों की तरह ,
अपने अरमान सँजोए रक्खा हूँ,
माना किस्मत में तू ना सही,
फिर भी यादों को तेरे हमसफर बना रक्खा हूँ।
-रुपेश शर्मा पुरानी किताबों की तरह....