"तेरा जिक्र" तेरी यादों में सुबह से शाम हो गयी है.. शाम से रात हो गयी है... ये हवा भी अब ताना मारने लगी कि तुम यहाँ तड़पते रह गये मैं उन्हें छूकर भी आ गयी। मैंने जिसे हर पल आँखों पर बिठा कर रखा.. उसी ने हर पल पलकों को भिगोकर रखा.. अब तो उन्होंने ये तक कह दिया, कि मैं तेरा गुस्सा नहीं झेलूँगा अरे! हम क्या कम हैं गुलामी तो तेरे इश्क की थी बाकी ये दिल पहले भी "नवाब" था और आज भी "नवाब" है तेरा जिक्र #shayardilse #jaan #nojotoshayar #silsediltak