संपूर्ण ब्रह्मांड जल ही जीवन का आधार, पानी के महत्व को ना करो नज़रअंदाज़। पृथ्वी 71 प्रतिशत पानी से घिरा हुआ, परंतु पीने के लिए पानी बहुत कम हो रहा, गिर्दाव यह संकट का हम सबपे मंडरा रहा। जल नहीं जीवन हैं, यह हैं पवित्रम्, अमृतम्, समस्त जीवो को जीवित रखने का माध्यम हैं, मनुष्य की अवेहलना से ,जल संकट, संपूर्ण पृथ्वी पे आन पड़ा, प्रदूषित पानी पीने से बीमारियों का घेराव बड़ा। सौजन्य से:- साहित्यिक समाज 👉आइए आज लिखते हैं कुछ जल संरक्षण पर ... यह कोई प्रतियोगिता नही और न ही "साहित्यिक समाज" किसी भी कवि/ कवियित्रियों को हार जीत के तराज़ू में तौलने को इक्षुक है, यहाँ लिखने और सीखने में रुचि रखने वालों के लिए प्रत्येक दिन सिर्फ एक विषय दिया जाता है, जिसे वो अपने लेखनी के माध्यम से सजाते व सँवारते हैं। "साहित्यिक समाज" आप सभी कलमकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। कृपया कोलाब करके Done✔️ कीजिए और अपने दोस्तों को भी कोलाब करने के लिए आमंत्रित कीजिए :-