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टूटती है दिल तो कैसा हर्ष हो जाता, और दिल के दर्द

टूटती है दिल तो कैसा हर्ष हो जाता,
और दिल के दर्द ही दिल को मार जाता है। मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आँगन में.... 
पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! 
रो लुंगी मैं तुम्हारे सीने में चिपट कर,
 बाँहो से लिपटकर, 
रख दूंगी सर अपना फिर तुम्हारे कांधो पर, 
मैं कहूँगी तुमसे बेइमान हो तुम अब छोड़ न जाना... 
मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आंगन मे... 
पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! जब हैरान होगे तुम, बड़े परेशान होगे,
टूटती है दिल तो कैसा हर्ष हो जाता,
और दिल के दर्द ही दिल को मार जाता है। मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आँगन में.... 
पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! 
रो लुंगी मैं तुम्हारे सीने में चिपट कर,
 बाँहो से लिपटकर, 
रख दूंगी सर अपना फिर तुम्हारे कांधो पर, 
मैं कहूँगी तुमसे बेइमान हो तुम अब छोड़ न जाना... 
मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आंगन मे... 
पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! जब हैरान होगे तुम, बड़े परेशान होगे,

मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आँगन में.... पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! रो लुंगी मैं तुम्हारे सीने में चिपट कर, बाँहो से लिपटकर, रख दूंगी सर अपना फिर तुम्हारे कांधो पर, मैं कहूँगी तुमसे बेइमान हो तुम अब छोड़ न जाना... मैं फिर आउंगी एक दिन तुम्हारे दिल के आंगन मे... पुरानी यादों की तरह शिकायते लेकर!! जब हैरान होगे तुम, बड़े परेशान होगे, #yqbaba #YourQuoteAndMine #yqhindi #yqquotes #yababa #yqpoem #yababaqoutes #yadada