ये कैसा लोकतंत्र, प्रजातंत्र, गणतंत्र है जहां सिर्फ निर्दोष लाशो के सामने रोयी जाती है आंखे जुबा है पर शब्द नहीं सवाल ... कौन. किसने, किससे, कौनसा किया! या किया भी है की नहीं पता नहीं!! डेविड ©Devid Devid कैसा