खुद को पहचानने का आप देते ज्ञान शब्दों से कैसे दू आपको सम्मान अ अज्ञानी से ज्ञ ज्ञानी बनाने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 इन्टरनेट किताबों में भरा पड़ा है ज्ञान उसे बताने के लिए चाहिए कोई तो इंसान ज्ञान की कैंची से अज्ञानता को काटने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 सही गलत का आप देते हैं ज्ञान मानव को आप बनाते है इंसान Success से excellence की तरफ बढ़ाने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 ईश्वर से बढ़ कर है गुरु की पहचान हर मुश्किल को करते आप आसान शिष्य को गुरु देखने की चाह रखने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 शिष्य को आप दिलाते स्थान गुरु को होता अपने शिष्य पर अभिमान शिक्षक होकर भी शिष्य बने रहने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 पंखों को आप ही देते उड़ान चांद पर भी बनने लगे अब मकान नए परिंदे को बाज बनाने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 आप बनाते दुनिया,आपसे ही बनती सुबह शाम कैसे आपको दू एक दिन का सम्मान, अशुभ को शुभ बना देने वाले, शिक्षक को मेरा प्रणाम 🙏 ✒️ नीलेश सिंह पटना विश्वविद्यालय ©Nilesh #teachersday2022