कर देते थे उजाला जो ख़ुद को जलाकर, उन चिराग़ों के हाथों से फिसल वो फ़न गए| मालिक थे जिस घर के किसी ज़माने में हम, आज उसी घर के किराएदार ख़ुद बन गए | बचते रहे जिन काँटों से हम सालों तक, वही फूल बन कर आज हमारे सामने तन गए | #love #shayari #trust #friends #nojoto #heart #feelings