जिसके आँचल में, जागना सोना सीखा जिसके दामन में, हँसना रोना सीखा रुक्सत लिए भी, एक ज़माना सा हुआ कुछ चलता हूँ, कुछ सड़क चलाती है माई मेरी मुझे, हर रोज़ बुलाती है पूरी कविता Caption में 👇 #maai #माई #मां #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #mothersday #hindipoetry जिसके आँचल में, जागना सोना सीखा जिसके दामन में, हँसना रोना सीखा रुक्सत लिए भी, एक ज़माना सा हुआ कुछ चलता हूँ, कुछ सड़क चलाती है माई मेरी मुझे, हर रोज़ बुलाती है