एक लड़की थी।दीवानी सी,पागल सी।वह एक लड़के से बहुत ही ज्यादा प्यार करती थी।मगर...कहने से डरती थी।वह रोज उस लड़के के नाम से खत लिखती और,देने से घबराती थी।वह लड़का रोज उस लड़की से मिलता,बातें करता लेकिन उस लड़की की चाहत को समझ नहीं पाता था।फिर एक दिन....वह लड़का कही बिन बताए चला गया।लड़की परेशान हो गई।उसे समझ मे नही आ रहा था की उसकी चाहत कहाँ चला गया।दिन,महीनें और साल गुजरते गए।वह लड़की उसे याद करती,खूब उसकी चाहत में तड़पती।फिर एक वह लड़का अचानक उसको मिल गया।वह लड़की उसे देखकर खूब रोयी,खूब शिकायत की।उसकी बातों को सुनकर वह लड़का हँसकर बोला"अरे पगली!तुम्हें क्या लगा था!मैं तुमको भूल गया हूँ।मैं तो अफसर बनने के लिए गया था।और,तुम्हारी चाहत को मैं बहुत पहले ही समझ गया था, लेकिन सोचा की अफसर बनकर तुम्हें दुल्हन बना कर ले जाऊंगा आज मेरा सपना पूरा होगा"इतना कहकर उसने बड़े ही प्रेम से उस लड़की को आलिंगन किया। ©KUMAR KISHAN KIRTI अफसर दूल्हा #Life