ज़िंदगी का पता नहीं है कोई इस के जैसी बला नहीं है कोई! इश्क़ का ढोंग कर रहे हैं सब इश्क़ में मुबतिला नहीं है कोई! # aisha ayub sahiba# ©Azeem Khan #aisha ayub sahiba poetry#