समेट कर सारा घर-बार जो आया है वो जायेगा गर नहीं पुरी तैयारी एक दिन मारा जाएगा इतिहास बार-बार यही बतलाता है काल खंड के चक्रव्यूह से कोई नहीं बच पाता है काल खंड Ádítyá Múlkálwâr