देख यह आलम बहोत मुसर्रत हो रही है हर किसी में कर गुज़रने की हसरत हो रही है जिंदगी का हासिल काफ़ी मालूम नहीं होता जिंदगी को हासिल करने की ज़ुर्रत हो रही है ख़्वाब के लिए हो मुमकिन अरमान सज रहें ख्वाबों की करने को सारी ज़हमत हो रही है तरक़्क़ी पसंद ख्वाहिश हमसे मुखातिब है तरक़्क़ी की इस ज़ानिब इज्ज़त हो रही है मर जाएंगे कौन याद रखेगा आइंदा दुनिया मर कर जीने की दरअसल कसरत हो रही है progress goals #progress #goals #journey #life #passion4pearl #shahbazwrites #yqtales #yqthoughts