White आँख भर आई किसी से जो मुलाक़ात हुई, ख़ुश्क मौसम था मगर टूट के बरसात हुई.!! दिन भी डूबा कि नहीं ये मुझे मालूम नहीं, जिस जगह बुझ गए आँखों के दिए रात हुई.!! कोई हसरत कोई अरमाँ कोई ख़्वाहिश ही न थी, ऐसे आलम में मेरी ख़ुद से मुलाक़ात हुई.!! इसी होनी को तो क़िस्मत का लिखा कहते हैं, जीतने का जहाँ मौक़ा था वहीं मात हुई.!! इस तरह गुज़रा है बचपन कि खिलौने न मिले, और जवानी में बुढ़ापे से मुलाक़ात हुई.!! ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ #किसी_से_जो_मुलाक़ात_हुई... love poetry in hindi hindi poetry on life