जब कोई तेरे साथ नहीं है, फिर कोई हताशा की बात ही नहीं है ये पल तू क्षण भंगुर के लिए सहता है, उसके पार भी एक नया समन्दर बहता है जो "हिमांश" तू ऐसे पलों को सह गया, फिर होगा ऐसा वो पल कहीं औऱ ही रह गया॥ #क्षणभंगुर..!!!