White एक नया किस्सा सुना गया कोई नेता को मामू बना गया कोई बड़े जतन से जुम्मन सिल रहा था टोपी उधारी का टोपा पहन गया कोई झकास लिबास में जो उजला गुलाब था उसी पर तोहमत लगा गया कोई शहर का नामी शायर बड़े नशेमन में था शेर उसी को उसका सुना गया कोई बंदर ने दिया चकमा कलंदर उदास है उस्ताद को जुमरा बना गया कोई कल मरीज बनकर दवाखाने आया था आज डॉक्टर को सुई लगा गया कोई ज्यादा गुमान में मत रहा करो बाबू बड़े-बड़ो को तोता बना गया कोई... -नरेंद्र सिंह 'नीहार' ©VED PRAKASH 73 #उस्तरा