स्याही भरें कलम में खोलें भेद नया हम, भीतर के स्पंदन को आज हम नाम नया दें । हिन्दी में रचना करने की स्मृति जो प्रकटे, मन वच काया को कीर्ति का काम नया दें ।। आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। आज हिंदी केवल एक भाषा नहीं है - यह ज्ञान, संस्कार एवं चेतना की वाहक बन चुकी है। जिस प्रकार भारत विभिन्नता में एकता का प्रतीक बन चुका है, उसी प्रकार हिंदी, भाषाओं में एक ऐसी भाषा बन कर उभरी है जो अपने अंदर किसी भी भाषा को समाहित करने का सामर्थ्य रखती है। हमें गर्व है कि हिंदी हमारी भाषा है। #हिंदीदिवस #yqdidi #हिंदीमेरीभाषा #प्यारीहिंदी #हिंदी_कविता #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi