ऐ लहरो , ना जाने क्या रिश्ता है तेरा मेरा मेरे जीवन का तूफान तु ही लाती है गोते खाती है मेरी कस्ती तुझ मे ओर मेरे सपने उसी मे डुबा ले जाती हे कितनी भी कोशिश करु मै तुझ से बचने की मेरा तु सब छीन कर ले जाती हे अब तो यकिन मुझे भी हो गया मेरी भी जीवन की कस्ती तू ही डुबोयेगी तु मेरी भी कातिल बन फिर कोई रचना रचेगी भावना की कहानी को तु ही रचेगी!! ©Bh@Wn@ Sh@Rm@ #bhawna ki kahaani ko tu hi rachegi #Drown