तेरे साथ मेरे सफ़र की शाम हो गई राहें जुदा, जुदा अब मंज़िल हो गई ! कसमें वादे प्यार और वफ़ा की बातें ये सब अब किताबों की बात हो गई ! हमनें बनाई दुनिया से परे एक दुनिया आज उसी की हर चीज़ अंजानी हो गई ! देखते-देखते मेरे सफ़र की शाम हो गई। #सफ़रकीशाम #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #gazal