तेरे बिन सब लगता फीका सा है, तेरे बिन ना होती शाम है, तेरे बिन ना धड़कन चलती है, तेरे बिन कहा कुछ दिल करता है, तेरे बिन रहा कहा जाता है, तेरे बिन सब मुकाम अधूरे है, तेरे बिन सब ख्वाहिश अधूरी है, हा तेरे बिन ही मेरे सब सपने अधूरे हैं। 🌷सुप्रभात🌷 👉🏻 प्रतियोगिता- 257 🙂आज की ग़ज़ल प्रतियोगिता के लिए हमारा शब्द है 👉🏻🌹"तेरे बिन"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I कृप्या