अमीर के जनाजे पर तमाशा देख, हक हकूक का , गैर और करीबी का गरीब ने खुदा का शुक्राना अदा कर कहा "आज मझे कोई रंज नहीं अपनी ग़रीबी का ©Kamlesh Kandpal #mtlbi