Nojoto: Largest Storytelling Platform

उम्मीदें इस दिल में ना जाने क्या क्या पलती हैं तुम

उम्मीदें इस दिल में ना जाने क्या क्या पलती हैं
तुमसे बिछड़ा हूँ मैं और साँसें फिर भी चलती हैं
जाने ऐसी बात है क्या महफिल में तन्हा रोता हूँ
कभी जो अपना हो ना सका उसे नज़रें ढूंढा करती हैं
हाँ वक़्त के मरहम से शायद ये जख्म कभी भर जायेगा
पर टूटे दिल के टुकड़ों से दुआएं फिर भी निकलती हैं वक़्त का मरहम
उम्मीदें इस दिल में ना जाने क्या क्या पलती हैं
तुमसे बिछड़ा हूँ मैं और साँसें फिर भी चलती हैं
जाने ऐसी बात है क्या महफिल में तन्हा रोता हूँ
कभी जो अपना हो ना सका उसे नज़रें ढूंढा करती हैं
हाँ वक़्त के मरहम से शायद ये जख्म कभी भर जायेगा
पर टूटे दिल के टुकड़ों से दुआएं फिर भी निकलती हैं वक़्त का मरहम
gautamanand4109

Gautam_Anand

Bronze Star
New Creator

वक़्त का मरहम