निगाहें और नशा जो नशा आपकी इन मदमस्त निगाहों में है , वो नशा किसी भी मयखाने में अब कहाँ ? आ जाता हूँ हर रोज इसीलिए आपकी चौखट पर , जाम पीने के लिए इन नशीली , मदमस्त निगाहों का । बस थोड़ा - सा सहारा दे दीजिए अपनी इन खुबसूरत बाहों का। — 💗💗 Aparajeeta 💗💗 #nijaaheaurnasha #nojotopoetry #nojotohindi #Artikri #Anshikaraj