तुझे याद है! जब भी मम्मी पापा से बे-वजह सा मुँह फुलाकर खाना छोड़ देता था! तो उनके पास एक ही option होता था, कि तू खाना देकर आ खा लेगा!! or तेरी भैय्या वाली एक आवाज से, पेट के भूखे चूहे जैसे कुत्तो की तरह दौड़ पड़ते थे! आज जब जब भूख सताती है,,,,,! सच में बहन तेरी बहुत याद आती है!! ©Rj Kant krishn kant #friends Vineeta