जब भी बारिश की बूंदे भिगोए तुम्हें सोच लेना कि मैं रो रहा हूं कहीं । जब भी हो जाओ बेचैन ये मानना खोल कर आंख में सो रहा हूं कहीं।। 😊 #सागरमाधुरी #अंताक्षरी #life #miscellaneous #YourQuoteAndMine Collaborating with Madhvi Shrivastav#vibhushuklaquotes Collaborating with Vibhu Shukla Collaborating with Madhvi Shrivastav...💕😊 टूट कर कोई कैसे बिखरता यहां