मेरी पहूंच तुझ तक नहीं,पता है। अब तक की सुझ बुझ ,तुझ तक नहीं, पता है। लेकिन बादलो की तरहां ,तुझको छुपा सकता हूं, मै इंसान हू , बहुत कुछ कर चुका हूं, तुझे तो पता है। #विजय वासे ©VJVJ #reach