कश्मीर File कश्मीर Files Bahut ज़िक्र सुना होगा इस फिल्म का... आइए मिलते हैं कश्मीर विस्थापित परिवार की उस बहादुर लड़की से जिसने ये उदाहरण पेश किया है सब लड़कियों के लिए कि लड़की अबला नहीं सबला होती है.... कुछ ऐसा हुआ... रविकांत शाम होने से पहले ही घर लौट आए तो अनु थोड़ा सकपका गई, क्या हुआ सब ठीक तो है ना? अपनी कीमती चीज़ें इकट्ठा कर लो, जो बहुत ज़रूरी सामान है वही, हम रात में यहां से (कश्मीर) से निकल जायेंगे। निकल जायेंगे....मगर कहां? अनुने घबरा कर पूछा, जानती तो वह भी थी की सब ठीक तो नहीं चल रहा है।