#5LinePoetry जिंदगी के कुछ साल ऐसे निकल गए, उसकी बातों से साथ रेत से फिसल गए, वो तो कल भी नहीं था हमारा, और आज भी नहीं है हमारा, अरे यार... वो दिन तो ग़लतफ़हमियों में ही निकल गए ।। ©Shaivya Bhadauriya #5LinePoetry