बेमतब की झूटी मोह्हबत स्वाहा जो दिल में ग़लतफ़हमी थी स्वाहा तुम अपने रास्ते अच्छे हम अपने मगर जो वक़्त तेरे साथ बिताया वो मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा वक्त था अब ओर कुछ चाहने की तमन्ना भी नहीं बहुत बहुत शुक्रिया🙏 alone again