राहें मुश्किल है मगर मंजिल भी है उतनी हसीन काटो भरे रास्ते है साथ था कोई नहीं डगमगाए कदम कई जगह आई परीक्षाओं की घड़ी जो डटा रहा मैदान में अंत तक... जीत उसको ही मिली.. की गिरना मैदाने जंग में तेरा हार ये नही तेरी गिर कर फिर उठ ना सका जो पराजय उसको ही मिली.. उठ कर खड़ा हुआ है जो तू वीर की पहचान यही लड़ना है तुझको अंत तक चाहे जाए जान तेरी...... सोना...... ©Neha #keephustling #writing