#OpenPoetry इतनी हो तुम जो खूबसूरत परियों सी लगती तुम्हारी सूरत चाँद तारों में तुम ही नज़र आती क्या कहूं बस तू ही मुझे भाती हाए तेरी अदा मार ही जाती दूर रहूं तुमसे तो तेरी याद सताती पास रहू तो तुम मुझे बहकाती बता दे ओ हसीन तुम हमसे क्या चाहती जो तुम नज़रों से तीर चलाती हर मुंडे को अपना दीवाना बनाती ओए कुड़ी तू मैनू अपना दिलवर क्यों नही बनाती जो तू ना कहती तो परे हट जाता हूं पर कुड़िये सच है मैं तेनु ही चाहता हूं #OpenPoetry #mere_sanam #kkashyap #love #ishq #pyar #mohabbat