जदीद खंजर बस खून मांगता है, वो मुझसे मेंरे होने का सबूत मांगता है.. रश्क है उसे हमारी रिफ़ाक़त से इसलिए मेरी शहरियत का सबूत मांगता है.. यह मज़हबी लड़ाई तुझे हों मुबारक, बे -ज़ार तो बे-लौस दुआ मांगता है.. नक़्श शामिल है हमारा अहद मैं, पर इमरोज़ मेंरे वजूद का सबूत मांगता है.. ! #hindipoetry #hindishayari #yqbaba #caaprotests #yqtales #shayari #nrc