मैंने सलाम किया तो वापिस वालुकम इस्लाम आया, हेलो का भी मुड़ कर हाय भाईजान आया, पर इतने ख़ुदग़र्ज़ हैं आदमी पंडित, मेरे प्रणाम का जवाब न क्यों राम राम आया। सेक्युलर बंधुओ सेक्युलर होने से पहले सनातनी हो यह मत भूल जाना। क्योंकि गैर सनातनी तो सबसे अधिक महत्व तो अपने धर्म को ही देता है बस यह सनातनी ही कुछ अधिक ही सेक्युलर का जामा पहन लेते हैं। फलस्वरूप:- कोलकत्ता, वेस्टबैंगाल, बंगलोर, चेन्नई, केरल, गोआ, मेरठ, मलेरकोटला, क़ादिया, सामने आते हैं। वन्देमातरम think it