कि "वो" आया था मुझसे मिलने, कुछ देखा-2 सा लगा, उसकी आँखों में आज वो अपनापन सा लगा l दरवाजे के पास आके ना जाने क्यों वो "ठिठक" गया, लगता है पुरानी बातों को याद करके शायद थोड़ा सा "झिझक" गया l सुबह का सूरज ना जाने आज कहा जाके "अटक" गया, लगता है आज वो भी शाम कि जुल्फों में "लटक" गया l बिन कुछ कहे "वो" यूही वापस "पलट" गया, मैं चिल्लाना तो चाहती थी पर मेरा सांस कही "अटक" गया l पलकों का पहरा ना जाने कैसे आँसुओं से "हट" गया, टपकते आँसुओं से सीना मेरा "भर" गया l "वो" आया तो था मुझसे मिलने, पर शायद मिलना नहीं चाहता था... वो...... #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #yqtales #okdeardiary #yqinfinity