लिखे हुए अलफाजों को मोहब्बत से बनाता... कहते समाज में कौन अपने अस्तित्व को जगाता.. खाली है वजूद उनका ऐसे अलफ़ाज़ों से कौन इन्हें चाहता... बस बनावट मोहब्बत को में ही तो जगाता... अलफाजों से उनकी मोहब्बत को जगाता.. लिखें हुए अलफाजों को मोहब्बत से बनाता.. usha... ✍ ©usha #love word