सफर ए ज़िन्दगी की राहें रोके खड़ी मुश्किल। कर सामना हर मुसीबत का बन मत बुजदिल। चैन खोकर जगा न खुद को जरा और सोने दे। मिट जाएंगे ये घने अंधेरे जरा भोर तो आने दे। दिल ए मकां में उदसियों को जरा ना पनाह दे। तलाश ले कहीं नये ठिकाने गमों को सलाह दे। उम्मीद ए चराग जला के,रोशन करलें मन को। ज्वालाओं को देदें आहुति,स्वाह करदे तम को। खुद को संभाल जरा,गम ए दौर गुजर जाएगा। जीने के रख जज़्बें,सौगातें लेकर कल आएगा। JP lodhi 14/04/2022 ©J P Lodhi. #mushkil #NojotoWritingPrompt #nojotowriters #nojototeam #nojotonews #nonotoenglish #Poetry